भारत में वैसे तो महिलाओं को देवी का दर्जा दिया गया है लेकिन वहीं देश में उन्हीं देवी समान महिलाओं के साथ बलात्कार जैसी घिनौनी घटनाएं हो रही हैं। लेकिन कभी अपने सोचा है आखिर ये प्रथा कैसे आया होगा कौन लेकर आया होगा। प्राचीन भारत के रामायण, महाभारत आदि लगभग सभी हिंदू ग्रंथों के उल्लेखों में अनेकों लडाईयां लड़ी गईं और जीती गईं लेकिन विजेता सेना ने कभी किसी स्त्री पर बुरी नज़र या बलात्कार जैसा प्रयास नहीं किया। अब बात करते हैं मध्यकालीन भारत की जहां से इस्लामिक आक्रमण शुरु हुआ और यहीं से भारत में बलात्कार का प्रचलन शुरु हुआ।सन् 711 ईस्वी में मुहम्मद बिन कासिम ने सिंध पर हमला करके राजा दाहिर को हराने के बाद उसकी दोनों बेटियों को यौन दासियों के रूप में खलीफा को तोहफा भेज दिया।
तब शायद भारत की स्त्रियों पर पहली बार बलात्कार जैसे कुकर्म से सामना हुआ था जिसमें हारे हुए राजा की बेटियों और साधारण भारतीय स्त्रियों का जीती हुई आक्रांता सेना द्वारा बुरी तरह से बलात्कार और अपहरण किया गया था।इसके बाद 1001 में गजनवी ने सोमनाथ मंदिर को तोड़ने के बाद उसकी सेना ने हज़ारों औरतों का बलात्कार किया। बस यहीं से शुरु हुआ भारत में बलात्कार का प्रचलन।
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